Ads

दुनिया की सबसे बड़ी और कामयाब चोरी

  

दुनिया की सबसे बड़ी और कामयाब चोरी


दुनिया की एक ऐसी चोरी जिसने चोरी मे "गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड" मे अपना नाम दर्ज कर खुद को अमर कर गया। जिसको दुनिया की सबसे बड़ी और कामयाब चोरी के खिताब से भी दर्जा दिया गया है ।

ये कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित है । बात है सन 1971 की। एक बॉबी नाम का व्यक्ति जो एक बड़ी चोरी करने की योजना पर काम कर रहा होता है । उसे चोरी के लिए 7 ऐसे लोगों को ढूँढना था जिसे लॉकर तोड़ने से लेकर हथियार चलाने और भेष बदलने के काम मे महारथ हासिल हो। उन 7 ऐसे साथियों के मिलने के पश्चात बॉबी ने सभी साथियों को काम बांट दिया।  बॉबी ने अपने एक साथी को पूरे शहर तथा उसके सभी बड़े बड़े होटलों पर निगरानी रखने को कहा तथा उन सभी बड़े होटलों के दिनचर्या की  जानकारियाँ इकठ्ठा करने को कहा। बॉबी ने अपने दुशरे साथी से शहर के हर एक न्यूज पेपर को लाने का आदेश दिया और उसमे दिये गए एक -एक बड़ी - छोटी सभी न्यूज यहाँ तक के उसमे छापे गए सारे ऐड को भी पढ़ने और उनमे से खास चीजों को नोटिंग करने को कहा। बॉबी ने अपने तीसरे साथी को भेष बदलने के लिए नकली नाक, नकली मूँछ, नकली दाढ़ी तथा नकली बाल बनाने को कहा और बाँकी के साथियों से कम से कम समय मे ज्यादा से ज्यादा लॉकर खोलने का अभ्यास करने को कहा । एक दिन बॉबी की नजर न्यूज पेपर के एक ऐड पर पड़ी, वो ऐड उस शहर के सबसे बड़े होटल "दि पियरे" का था, जिसमे आने वाले 01 जनवरी को बहुत बड़ी "न्यू यर" पार्टी होने वाला था।  

होटल "दि पियरे"! इसकी भव्यता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता था, की उसमे आने वाले लोग देश के सबसे नामचीन और पैसे वाले लोग होते थे । 

बॉबी उसी होटल को चोरी करने के लिए चुनता है । चूंकि वह होटल न्यूयॉर्क सिटी का सबसे आलीशान और पैसे वाला होटल था । तो उसमे रिस्क भी उतना ही ज्यादा था। अब बॉबी ने अपने साथियों को उस होटल के लिए एक से एक बारीक से बारीक चीज की भी ट्रैनिंग दी । जिससे कोई चूक न हो पाए । अब होटल बड़ा था तो प्लानिंग के लिए पैसे चाहिए थे।  उसके लिए उन्होंने एक क्रेडिट कार्ड की चोरी की और उस कार्ड से होटल मे एक कमरे को बुक किया । कमरा 01 जनवरी, 1972 के तारीख का बुक किया गया । कमरा बुक होने के पश्चात वो थोड़ा बेफ़िकर हो गए और अब उनकी नजर गेस्ट लिस्ट पर गई । गेस्ट लिस्ट से पता चला के उस रात को देश के तमाम अमीर और पैसे वाले लोग न्यूयर मनाने के लिए उसी होटल "दि पियरे" मे ही ठहरने वाले थे। बॉबी को भलीभाँति से अंदाजा था की उस रात उस होटल मे क्या क्या कार्यक्रम होने वाले है, कब कब होने वाले है और कब तक होने वाला है। बॉबी ने उस रात की होटल से संबंधित सारी जानकारीयाँ भी निकाल ली - जैसे उस रात को कितने स्टाफ ड्यूटी पर होंगे । कहाँ कहाँ होंगे इत्यादि । 

01 जनवरी, 1972 को बॉबी होटल मे आ गये उन्होंने अपना हुलिया पूरी तरह से बदल लिया था । बॉबी ने समारोह के कार्यक्रमों मे शिरकत भी किया। समारोह मे बॉबी ने खुद को उनके बराबर का ही बताया और वे उनके साथ पूरी तरह से घुलमिल भी गए। रात के 12.30 पर समारोह खत्म हो गया और सभी गेस्ट अपने अपने कमरे मे चले गए । 02 जनवरी के सुबह करीब 3 बजके 50 मिनट का समय हो रहा होगा। कुछ लोग लिमोजी नाम की महंगी गाड़ी से होटल के गेट पर आते है चूंकि अंधेरी - सुबह का वक्त था इसलिए दरबान ने उनको रोक लिया तो उन्होंने बताया के उनके नाम से कमरा बुक किया गया है । दरबान ने उनसे नाम पूछा तो उन्होंने बताया की कमरा डॉ० फॉस्टर पार्टी के नाम से बुक किया गया है । दरबान ने रीसेप्शन पर फोन कर के पूछा तो वहाँ से हामी मे जवाब आया फिर दरबान ने मेन गेट को खोल दिया और उनको अंदर आने दिया । अंदर आते ही उन्होंने सबसे पहले दरबान के सिर पर बंदूक लगा कर उसको अपना बंधक बना लिया। फिर वो रीसेप्शन पर खड़े दरबानों को भी बंदूक दिखाकर अपना बंधक बना लिया । यहाँ तक की रीसेप्शन के लॉबी मे जितने भी गेस्ट बैठे थे उन सबको बंदूक दिखा कर के अपना बंधक बना लिया । 

इतने मे बॉबी नीचे आते हैं, और अपने साथ मे कुल 30 हथकड़ी और कुछ टेप को लेकर आते है। उनके सभी साथियों ने भी अपना हुलिया बदला हुआ था। उन्होंने होटल के कुल 19 सदस्यों को हथकड़ी लगाई, साथ मे वहाँ बैठे गेस्ट को भी हथकड़ी लगाई और उनको अपने सिर जमीन से लगाकर बैठने को कहा, साथ मे हिदायत भी दी कि,  अगर किसी ने कोई हरकत की तो उसे गोली मार दी जाएगी। बॉबी के सभी साथी अपने बंधकों के साथ बड़े हीं नरमी और सम्मान के साथ बातें कर रहे थे ।  वे सभी पुरुष बंधकों को सर और सभी महिला बंधकों को मिस कह कर के संबोधित कर रहे थे । बॉबी ने सभी बंधकों से कहा की "वो उन सबको कुछ भी नहीं करेंगे परंतु उनको भी बदले मे उनका साथ देना होगा। 

होटल मे आ तो गए लेकिन यहाँ चोरी करने के लिए आखिर था क्या ? ये सोचने वाली बात थी । बॉबी ने इन सब की प्लानिंग पहले से ही कर रखी थी। होटल मे जितने भी गेस्ट थे, उन सबने अपने सारे गहने और पैसे को होटल के द्वारा दिये गए अपने - अपने सेफ़्टी लॉकर मे रख दिया करते थे। यहाँ एक बात और थी कि, इस दिन की प्लानिंग बॉबी ने बड़े ही सोच समझ कर किया था क्यूंकी 1 और 2 जनवरी को सारे बैंक बंद थे। इसलिए उस होटल मे रुके सभी गेस्ट को अपना सारा कीमती गहना और पैसे मजबूरी मे ही सही परंतु होटल के लॉकर मे ही रखना पड़ता।


बॉबी लॉकर रूम मे गए वहाँ कुल 400 लॉकर थे । अब बॉबी ने अपना लिस्ट निकाला जिसमे उसने करीबन 300 लॉकर को साइड कर दिया क्यूंकी उनको पता था की उसमे ज्यादा पैसे नहीं होंगे, उनको ज्यादा पैसे चाहिए थे।  इसलिए बाँकी के 100 लॉकर को ही तोड़ना था। बॉबी ने अपने टीम मेम्बर के 4 लोगों को लॉकर तोड़ने मे लगा दिया । बॉबी को समय का भी ध्यान रखना था चूंकि सुबह 07 बजे से सुबह वाली के सिफ्ट के स्टाफ का होटल मे आना शरू हो जाएगा और बॉबी की लोग आए थे, तकरीबन सुबह के 03.50 को इस हिसाब से इनके पास मात्र 3.00 घंटे का ही वक्त था, और लॉकर थे 100..। चूंकि लॉकर मे दो चाभी लगती थी तब जाके वो खुलती थी, जिसकी एक चाभी गेस्ट के पास होती थी और एक चाभी होटल स्टाफ के पास होती थी। अब एक चाभी से लॉकर खुलता नहीं ,इसलिए बॉबी ने अपने लॉकर एक्सपर्ट को लॉकर को तोड़ने के काम पर लगा दिया । 

होटल मे गेस्ट हैं, तो यकीनन कोई न कोई गेस्ट किसी न किसी काम से नीचे रीसेप्शन पर फोन करेगा हीं। इसकी भी पूरी तयारी बॉबी ने पहले से ही कर रखी थी। बॉबी ने अपने एक साथी को रीसेप्शन पर किस तरीके से बात की जाती है वो कैसे गेस्ट को जवाब देते है इसकी पूरी ट्रैनिंग दे रखी थी। तभी रीसेप्शन का फोन बजता है, चूंकि फोन उठाना जरूरी था नहीं तो गेस्ट को नीचे के प्रकरण के बारे मे शक हो सकता था, इसलिए बॉबी के अपने एक आदमी को फोन उठाने के लिए कहा । बड़े ही तमीज से उनसे पूछा "मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकता हूँ ।" उधर से एक बूढ़े ने कहा की " मुझे कुछ काम से नीचे आना है और आपका लिफ्ट नहीं चल रहा है क्या आप किसी को बोल कर लिफ्ट को ऊपर भेज सकते है ।" चूंकि लिफ्ट मैन भी बंधक बना हुआ था इसलिए उसने बड़े ही अदब से कहा की " लिफ्ट का टेक्निकल काम चल रहा है इस के कारण अभी लिफ्ट बंद है मैं कोशिश करता हूँ की लिफ्ट जल्द ठीक हो जाए । आप की असुविधा के लिए खेद है । क्या मैं आपकी और कोई सेवा कर सकता हूँ।" कह वो फोन रख देता है । 

अब उनको लगने लगा की कहीं वो बूढ़ा नीचे न आ जाए और ये सब देख हंगामा न करने लगे । इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए भी बॉबी ने अपने एक व्यक्ति को तैयार रखा था । अब वो व्यक्ति ऊपर उस बूढ़े के कमरे मे जाता है तो देखता है वो बूढ़ा अपनी सास और पत्नी के साथ होटल मे रुका हुआ था । तो उन तीनों को नीचे चल अपना काम कर लेने को कहता है । तीनों उनके साथ नीचे चले आए । नीचे आते ही वहाँ का नजारा उन तीनों को चौका देता है। फिर उन तीनों को भी बंधक बना लिया गया । अभी तक 19 बंधक थे जो अब 22 मे तब्दील हो गए । तभी वो बूढ़ा अपने सीने मे दर्द को बात कर नीचे जीन पर गिर पड़ता है । चूंकि बॉबी हर तरह की स्थिति को ध्यान मे ले कर चलने वाला आदमी था उसने तुरंत गेस्ट लिस्ट को देखा और उसमे से उस होटल मे ठहरे डॉ० को लाने के लिए अपने साथी को भेजा। डॉ० को लाया गया तो डॉ० भी वहाँ का नजारा देख सन्न रह गया परंतु खुद को संभालते हुए उस बूढ़े का उपचार किया । अब 23वाँ बंधक वो डॉ० बन गया। इतना होने के बावजूद भी बॉबी और उनके सारे साथी बंधकों से बड़े ही तमीज से बात कर रहे थे । 

उधर अंदर लॉकर के टूटने का सिलसिला भी तेजी से चल रहा था । आखिरकार सारे लॉकर टूट गए और उन 100 लॉकरों मे से करीब 28 मिलियन डॉलर कैश मिला उसमे रखे ज्वेलरी मे एक नेकलेस मिला जिसकी उस व्यक्त कीमत थी 7.50 लाख डॉलर था तथा उस नेकलेस का नाम "हैरी विलस्टोन डाइमंड नेकलेस" था। ये सब करते - करते समय होने को आया था सुबह के 06.30 । अब बॉबी ने दरबान और होटल से सारे स्टाफ को 20-20 डॉलर देते हुए ये हिदायत दी के आप लोग पुलिस से हमारे बारे मे कुछ भी नहीं कहेंगे यहाँ तक आप लोग हमारा हुलिया भी उनको नहीं बताएंगे अभी आप मे से कोई फोन मत कीजिएगा थोड़ी देर बाद बेशक फोन कर दीजिएगा । उसके बाद बड़े ही तमीज से सभी को आजाद कर सबको गुड मॉर्निंग कह के और 28 मिलियन की चोरी कर वे वहाँ से चले गए । 

सुबह के सात बजे पुलिस को फोन किया गया । पुलिस आई और चोरी की जांच पड़ताल मे जुट जाती है । होटल के स्टाफ से वह के नामचीन चोरों की तस्वीर दिखा के सिनाख्त कराई जाती है पर कोई नहीं पहचान पता उनलोगों को चूंकि सभी ने अपना हुलिया बदल हुआ था इसलिए उनकी असली सकल कोई नहीं बाता पाया। 

अगले दिन उस चोरी को न्यू यॉर्क के सभी न्यूज पेपर की हेड्लाइन बनी "दुनिया की सबसे बड़ी और कामयाब चोरी" का नाम दिया गया । न्यूज पेपर मे चोरों की तरीफ़ों के पल बांध दिये गए " इस चोरी मे न तो एक गोली चली, न खून बहा, न एक भी थप्पड़ चला यहाँ ताकि की कोई गली -गलौज भी नहीं की गई बल्कि सभी बंधकों से प्यार और तमीज से बात की गई "। 

इधर बॉबी के बदले रवैये को देख लोगों को शक सा होने लगा तो 05 दिनों के बाद बॉबी को पुलिस ने हिरासत मे ले लिया साथ मे उसके एक साथी जिसका नाम नेलकों था पुलिस उसको भी गिरफ्तार कर लेती है । इन दोनों के अलावा और कोई गिरफ्तार नहीं होता है । इन दोनों के पास से थोड़े बहुत पैसे निकलते है । कुछ दिनों के बाद एक व्यक्ति उस 7.50 लाख डॉलर के नेकलेस के बेचने की कोशिश मे पकड़ जाता है तो पता चलता है की वो खुद पुलिस का मुखबिर था । और लेकलेस को बेचने की कोसिस कर रहा था । उस चोरी मे सिर्फ 02 चोर हिन पकड़े गए जिकों कुल 04 - 04 सालों की सजा हुई । लेकिन वे बस 19 महीनों मे ही रिहा हो गए ।

चोरी के 28 मिलियन मे से मात्र 2.5 मिलियन डॉलर ही बरामद किए जा सके बाँकी का पैसा आज तक नहीं मिल पाया । उस चोरी के कुल 08 चोरों मे से 03 चोरो मे पैसे को लेकर कुछ कहा सुनी हुई तो एक चोर ने दो चोरों को गोली मार दी। फिर उस चोर को एक गैंगस्टर ने गोली मार दी । एक चोर को कैंसर की बीमारी ने मार डाला । दो चोर यूरोप मे अपनी नहीं जिंदगी शरू कर ऐश की जिंदगी जीने लगे। बाँकी के बचे 02 चोरों ने अपनी सजा काटी ।

 इस कहानी मे मुझे कोई निष्कर्ष नहीं समझ नहीं आ रहा इसलिए आप के विवेक के ऊपर छोड़ता हूँ । आगे मिलते है अपनी अगली कहानी के साथ तब तक के लिए। 
                                                                    *****🙇🙇🙇*****
  
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.