आसमान का वो रहस्य जो आज भी अनसुलझा है।
फ्लाइट 401 का एक भूत जिसने विज्ञान को भी सोचने पर विवश कर दिया की क्या सच मे "भूत होते है?"
ये कोई काल्पनिक कहानी नहीं बल्कि इसको साबित करने के हर वो पुख्ता सबूत और कागजात आज भी मौजूद है। जिससे इस घाटना को विस्तार से दर्शीया जा सकता है। ये कहानी "फ्लाइट 401 के भूत' के नाम से जानी जाती है। ये घटना आज से करीब 54 - 55 साल पुरानी है मगर आज भी जब इसका जिक्र निकलता है तो ऐसा लगता है जैसे कल ही कि तो बात थी।
इस कहानी की शुरुआत होती है सन 1973 के दिसम्बर महीने मे, एस्टर्न एयरलाइन का एक विमान ट्राइ स्टार 318 उड़ान भरती है। इस विमान को न्यूयॉर्क से फ्लोरिडा को जाना था। इस विमान मे कुल 180 मुशाफ़िर सवार थे जिन्होंने न्यूयॉर्क से ही बोर्ड किया था। विमान ने रनवे पर तेजी से दौड़ लगते हुए आसमान की ओर उड़ान भारी। सब कुछ बिल्कुल सामान्य चल रहा था। मुशाफ़िर भी अपने सफर का आनंद उठा रहे थे। ऐरहोस्टेस सभी को सेफ़्टी रूल समझा चुकी थी। फिर वो मुशाफ़िरों के लिए नास्ते का बंदोबस्त करने लगती है।
उन ऐरहोस्टेस मे से एक का नाम था "मैरी विदर"। मैरी विदर अपने जगह से उठा कर विमान के पिछले हिस्से मे गई जहां पर के मुशाफ़िरों के लिए नास्ता -खाना बगैरह रहा होता है। मैरी विदर उस जगह पर गई और जैसे ही उन्होंने ओवेन को खोलने के लिए ओवेन के ग्लास पर देखा तो उनको एक चेहरा नजर आया। मैरी विदर थोड़ी घबरा जाती है और थोड़ी पीछे कि ओर हट जाती है। फिर थोड़ी देर बाद वो उसको एक वहम समझ फिर से ओवेन कि तरह बढ़ती है खाना गरम करने के लिए - खाना निकालने के लिए लेकिन जैसे ही वो ओवेन के दरवाजे को देखती है तो उनको फिर से वही चेहरा दिखाई देता है। इस बार मैरी विदर वाकई मे डर जातीं है ओर वो भागते हुए उनके सबसे नजदीक के कर्मचारी के पास जाती है उस कर्मचारी का नाम "मुओर" था वो उस फ्लाइट का फ्लाइट इंजीनियर था। तो मैरी विदर ने घबराते हुए उनको सारी बात बाता दिया।
पहले तो मुओर ने उस बात को सुनते ही हस्ते हुए उस बात को टाल दिया लेकिन मैरी विदर को घबराया देख मुओर ने वहाँ जाकर देखने कि बात कही फिर मुओर मैरी विदर के साथ ओवेन के पास गए पहले तो बड़े ही सरल लहजे से ओवेन को देखने लगे कि तभी एक बार फिर से वो चेहरा दिखाई दिया। मुओर थोड़ा घबरा गए लेकिन जब उन्होंने उस चेहरे को गौर से देखा तो उनको लगा जैसे वो चेहरा उनसे कुछ कहना चाह रहा था। इस लिए उन्होंने थोड़ा हिम्मत कर ध्यान लगा कर सुनने कि कोशिश करने लगा। मुओर ने हिम्मत इसलिए भी जुटाई क्यूंकी उसने उस चेहरे को पहचान लिया था वो चेहरा और कोई नहीं बल्कि उसी एयरलाइन का एक एक्स फ्लाइट इंजीनियर "डॉन रेपो" था। जिसकी मृत्यु पिछले वर्ष एक हादसे मे हुई थी। अचानक डॉन रेपो ने कहा "सावधान रहना जेट मे आग लगने वाली है। " इतना कहते ही वो चेहरा ओवेन से गायब हो गई।
मैरी विदर और मुओर दोनों बहुत ही बुरी तरह से घबरा जाते है। मुओर को पहले तो ये वहम लगा क्यूंकी वो भूत प्रेत मे यकीन नहीं करते थे लेकिन यहाँ बात कुछ और थी। चूंकि मुओर उस चेहरे को भली भांति पहचानते थे। खैर, विमान को ज्यादा लंबा सफर तय करना नहीं था इसलिए वो विमान अपने तय वक्त पर फ्लोरिडा लेंड कर जाती है और उसके सारे मुशाफ़िर सही सलामत उतार जाते है।
लेकिन मुओर ने ये बात अपने साथियों को बताता है कि कैसे उसने डॉन रेपो को ओवेन से सीसे मे देखा फिर उसने जेट मे आग लग सकती है वाली बात बोल कर गायब हो गया । पहले तो सबने उसके बातों पर यकीन नहीं किया। और विमान को दोबारा उड़ान भरने के लिए तैयार करने मे जुट गए इसी दौरान जब इंजन कि जांच कि गई तो पता चला के उस विमान के इंजन कि कुछ खराबी थी जिसके वजह से एक बड़ा हादसा हो सकता था। इस खराबी को ठीक करने के लिए टीम लग गई साथ ही इस विमान के बाँकी चीजों कि भी जांच फिर से कि गई। इस वजह से विमान लेट हो गई। तो एयरलाइन ने मुशाफ़िरों को दुशरे विमान से भेज दिया गया। जब सब ठीक हो गया तो एयरलाइन ने तय किया कि मुशाफ़िरों को इसमे बैठने से पहले इस विमान का एक ट्रायल ले लिया जाए। ताकि उड़ान भरने के बाद इसमे कोई परेशानी न हो। मुशाफ़िरों की जान कों भी जोखिम न रहे।
इस विमान ने ट्रायल के लिए उड़ान भारी हवा मे जाते ही अचानक से उस विमान के जेट मे आग लग गई और एक जोरदार धमाके के साथ वो विमान नीचे आ गिरा उस वक्त उस विमान मे कोई मुशाफ़िर नहीं थे सिर्फ उसमे पायलेट और इंजीनियर थे जिन्होंने पहले से ही सारी सावधानीया बरती हुई थी। जिस वक्त वो धमाका हुआ उस वक्त मुओर और मैरी विदर वही पर मौजूद थे और ये सारा कुछ वो अपनी आँखों से देख रहे थे।
इस घटना के बाद ये खबर जंगल मे आग कि तरह फैल गई के कैसे एक भूत ने खुद को ओवेन के ग्लास पर प्रकट कर के एक बहुत बड़े हादसे को होने से टाल दिया। कई अखबारों ने भी इस बात को अपने पेपर के पहले पेज पर जगह दी लेकिन बहुत सारे पढे लिखे लोग और पेरानोमल ऐक्टिविटी से संबंध रखने वाले लोगों ने इस बात को शीरे से नकार दिया।
एयरलाइन वालों ने इस बात कि परताल शुरू कि के आखिर ये मजरा क्या है और डॉन रेपो आखिरकार दिखाई कैसे दे सकता है। तक जाकर डॉन रेपो कि पूरी कहानी सामने आई। ठीक इस हादसे के होने के एक साल पहले 29 दिसम्बर 1972 को एस्टर्न एयरलाइन का ही एक विमान 401 जिसने कुल 163 मुशाफ़िर और 20 क्रु मेम्बर के साथ जॉन ए एफ केनेडी इंटरनेशनल हवाई अड्डा, न्यूयॉर्क से मायामी फ्लोरिडा के लिए उड़ान भरी। इस विमान के कप्तान थे 55 वर्षीय "रॉबर्ट ऑलबीन बॉब" वे एक वरिष्ट पायलेट थे और साथ ही इनको करीब 30,000 घंटे का विमान उड़ाने का अनुभव भी था जो कि एक बाद अनुभव कहलाता है।
विमान ने न्यूयॉर्क से उड़ान भरी और अब वो मायामी हवाईअड्डे के ऊपर उड़ान भर रहा था थोड़े ही समय बाद इस विमान को लेंड करना था। विमान के पायलेट ने विमान कि लेंड करने के लिए जैसे ही लेंडींग गेयर को नीचे किया तो उसने अनुभव किया के उस गेयर को नीचे करने के बाद जो हरी बत्ती जलती हो वो नहीं जली। तो उसने इंजीनियर को नीचे भेजा तो पता चला के लेंडींग गेयर मे कुछ खराबी आ गई है इसलिए उन्होंने ए टी सी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) मे इस बात कि खबर दी गई। चूंकि वो अब हवाईअड्डे के बिल्कुल करीब आ चुके थे अब उनको हर हाल मे लेंड करना ही था लेकिन सबसे मुस्किल बात ये थी के विमान बहुत तेजी से नीचे आ रहा था और लेंडींग गेयर खुल ही नहीं रहा था पायलेट ने हर तरह कि मसक्कत कर ली मगर कुछ टेक्निकल दिक्कत आ गई थी शायद इसलिए वो नहीं खुल रहा था इसलिए इस विमान को सुरक्षित लेंड नहीं कराया जा सकता था। थोड़ी देर के बाद हीं वो विमान मायामी हवाईअड्डे के ठीक पहले क्रैश कर जाता है जिसमे कुल 86 मुशाफ़िरों के साथ कुछ क्रू मेम्बर कि भी जान चली जाती है। इस हादसे मे कुल 77 लोगों कि जान को बचाया जाता है। चूंकि एक टेक्निकल दिक्कत कि वजह से विमान 401 को नहीं बचाया जा सका और उसे क्रैश होना पड़ा। इसी विमान मे फ्लाइट इंजीनियर थे "डॉन रेपो" जिनकी मृत्यु इस हादसे मे हो जाती है।
विमान के क्रैश होने के बाद उसकी जांच कि गई चूंकि उस विमान को ज्यादा ऊंचाई से क्रैश नहीं होना पड़ा था फिर भी उसके आधे से ज्यादा मुशाफ़िरों कि जान चली गई थी और उसके ज्यादातर कल -पुर्जे भी नाकाम हो गए थे लेकिन फिर भी कुछ कल-पुर्जे सही सलामत बच गए थे। तो एस्टर्न एयरलाइन ने उस बचे हुए कल-पुर्जों को दुशरे विमान मे इस्तेमाल कर लिया वो विमान और कोई नहीं बल्कि "एस्टर्न एयरलाइन का विमान ट्राइ स्टार 318 था" जिसमे डॉन रेपो के भूत ने खुद को ओवेन से सीसे मे दिखा के एक बड़े हादसे को टाल दिया था।" जब विमान 318 कि भी पड़ताल हुई तो हैरान करने वाला तथ्य सामने आया। डॉन रेपो जिस जगह दिखाई दिया था उस जगह के ज्यादातर कल - पुर्जे का इस्तेमाल हुआ था वो विमान संख्या 401 के बचे हुए कल - पुर्जे थे।
शायद यही वो वजह रही होगी जिसके कारण विमान 401 के एक इंजीनियर का भूत विमान 318 मे पहुँचा और विमान 318 के फ्लाइट इंजीनियर को हादसे से पहले आगाह करता है और उसके साथ साथ बहुत सारे मुशाफ़िरों कि जान को भी बच लेता है। इया बात को हवा- हवाई इस लिए भी नहीं कहा जा सकता क्यूंकी उस भूत को देखने वाला कोई अनपड़ और अंधविश्वासी नहीं थे बल्कि दोनों ही पढे लिखे इंसान और उन्होंने जो कुछ भी कहा वही हुआ भी। बाकायदा इस बात को साबित करने के एक एक दस्तावेज आज भी एस्टर्न एयरलाइन के पास मौजूद है। आगे आप जो समझो नीचे कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताए। अपना समय देने के लिए धन्यवाद।
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